Highlights of the special media byte on Exit Poll & EVM Machines- Hindi

ALL INDIA CONGRESS COMMITTEE

24, AKBAR ROAD, NEW DELHI

COMMUNICATION DEPARTMENT

Shri Rajeev Shukla, former Union Minister addressed media at AICC Hdqrs, today.

श्री राजीव शुक्ला ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि चंदौली, फतेहाबाद, डुमरियागंज, झांसी, गाजीपुर, सारन, बिहार, पानीपत, हरियाणा, पंजाब, तमाम राज्यों से रिपोर्टें आ रही हैं कि अवैध ढंग से गाड़ियों में ईवीएम मशीनें इधर से ऊधर जा रही हैं। जो तर्क है, कि साहब ये रिजर्व मशीनें हैं ये जा रहीं हैं, अगर रिजर्व मशीनें भी हैं तो उनको कैंडिडेट्स के लोगों को दिखाकर आप भेजिए। आप जो ये रात के अंधेरे में मशीनें इधर से उधर जा रही हैं, उससे शंका बढ़ रही है, शक बढ़ रहा है लोगों का और इस तरह कई प्रत्याशी, कई जगह धरने पर बैठे हैं। तो मैं चुनाव आयोग से आग्रह करुँगा कि उनकी जिम्मेदारी बनती है कि लोगों के संदेह को दूर किया जाए, लोगों के शक को दूर किया जाए, लोगों को विश्वास हो कि निष्पक्ष चुनाव हुआ है। इसलिए उसको इंश्योर करने के लिए चुनाव आयोग को कारगर कदम उठाने चाहिए, चुनाव आयोग को तत्काल इस पर कार्यवाही करनी चाहिए।

जहाँ पर इस तरह की मशीनों की रफतरी हो रही है अवैध ढंग से, वहाँ पर उनको तुरंत कार्यवाही करनी चाहिए और एक पूरा खुला स्पष्टीकरण देश की जनता को देना चाहिए, वरना लोगों का शक बढ़ता जा रहा है, लोगों का गुस्सा बढ़ता चला जा रहा है। इसलिए चुनाव आयोग से मेरा आग्रह है कि इस मामले में तत्काल प्रभावी कदम उठाए जाएं, इस सिलसिले में सभी दलों का डेलिगेशन भी आज चुनाव आयोग से मिलेगा, उसमें भी शिकायत को दर्ज करेगा, लेकिन चुनाव आयोग को शिकायतों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, बल्कि उनको नोटिस देना चाहिए, तत्काल कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए।

मैं नहीं कहता हूँ कि क्या गड़बड़ी और क्या नहीं गड़बड़ी हुई है, लेकिन लोगों में विश्वास कायम करना चाहिए, राजनीतिक दलों को चुनाव प्रक्रिया के बारे में विश्वास कायम रखना चाहिए, वो सबसे बड़ी बात है,

कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा के ऑडियो संदेश से संबंधित एक अन्य प्रश्न के उत्तर में श्री शुक्ला ने कहा कि उनको इसलिए कहना पड़ा क्योंकि एग्जिट पोल के जरिए पूरे देश में ऐसा माहौल बनाया जा रहा है कि लोग, कार्यकर्ता कहीं ये न समझ लें कि जैसे एग्जिट पोल नतीजे ही हैं, चुनाव परिणाम है, कार्यकर्ताओं की ओर से कहीं किसी किस्म की ढिलाई नहीं होनी चाहिए। जो काउंटिंग एजेंट्स हैं, उनको पूरी तत्परता रखनी चाहिए और पूरी मुस्तैदी से उनको वहाँ डटे रहना चाहिए, क्योंकि जो माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है कि एग्जिट पोल के जरिए कि, जैसे नतीजे ही आ गए हों, रिजल्ट आ गया हो। ये चुनाव परिणाम बिल्कुल नहीं है, एग्जिट पोल कुछ एजेंसीज करती हैं, कुछ चैनल्स दिखाते हैं, वो उनका काम है, वो ठीक है हमें उस पर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन इसकी तरफ बिल्कुल ध्यान पार्टी कार्यकर्ताओं को नहीं देना चाहिए और उनको अपना काम मुस्तैदी से काउंटिंग के दिन करना चाहिए, स्ट्रांग रुम जहाँ-जहाँ मशीने रखीं हैं, उसके बाहर बराबर पूरा कड़ा पहरा देना चाहिए ताकि किसी किस्म की कोई गड़बड़ी न होने पाए।

एक अन्य प्रश्न पर कि इसको मनोरंजन क्यों कह रहे हैं आप, श्री शुक्ला ने कहा कि एग्जिट पोल एक प्रकार से मनोरंजन ही है, मजा आता है लोगों को देखने में, तो ये होता है तो इसके लिए तो ये कोई रिजल्ट थोड़े ही न है। एक अनुमान लोग लगाते हैं, अपने-अपने हिसाब से, सबका अनुमान अलग-अलग है, कोई नतीजे तो हैं नहीं।

चुनाव आयोग को लेकर उप राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी के दिए बयान से संबंधित एक अन्य प्रश्न के उत्तर में श्री शुक्ला ने कहा कि प्रणव बाबू ने कहा है उनके विचार बिल्कुल ठीक है, चुनाव आयोग को उन्होंने कहा है कि उनको अधिकार है अपने विचार व्यक्त करने का लेकिन उसके साथ-साथ उन्होंने एक बात और भी कही है उस पर किसी का ध्यान नहीं जा रहा प्रणव बाबू ने जो कहा है, उसको कोई नहीं कोट कर रहा कि चुनाव आयुक्त नियुक्त करने की प्रक्रिया में बदलाव होना चाहिए। चुनाव आयुक्त कैसे नियुक्त किए जाते हैं, इसकी प्रक्रिया नए ढंग से शुरु करनी चाहिए, इसके लिए बिल्कुल नया होना चाहिए, जैसे आप सीवीसी बनाते हैं, या सीबीआई डायरेक्टर बनाते हैं, उसमें विपक्षी दल के लोग भी शामिल रहते हैं, उसी तरह चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति के लिए भी कोई ऐसी प्रक्रिया होनी चाहिए जिससे उनकी नियुक्ति लोगों को निष्पक्ष लगे, सिर्फ सरकार का विशेषाधिकार न हो।

एक अन्य प्रश्न पर कि आपने जो ईवीएम को लेकर और चुनाव आयुक्त को लेकर जो सवाल खड़े किए हैं, क्या कहेंगे, श्री शुक्ला ने कहा कि जो राष्ट्रपति जी ने जो अपने विचार व्यक्त किए हैं, हम उनके बयान पर कोई टिप्पणी नहीं करते लेकिन उनके इस बयान की ओर जरुर ध्यान दिया जाना चाहिए कि चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति कैसे होती है, इस प्रक्रिया को बदला जाए।

एक अन्य प्रश्न पर कि चुनाव आयोग में आप वीवीपैट को लेकर गिनती की मांग है उसको लेकर क्या कहेंगे, श्री शुक्ला ने कहा कि वीवीपैट की गिनती को लेकर चुनाव आयोग से हम ये कहने जा रहे हैं हमने कहा है कि मान लो कहीं वीवीपैट का मिलान सही नहीं निकला ईवीएम मशीन के साथ तो उसके बाद कार्यवाही क्या है? ये तो बताइए न, वो तो चुनाव आयोग ने, अपनी गाइडलाइन्स में कहीं स्पष्ट नहीं किया है कि अगर वो मिलान सही नहीं निकलता है, वीवीपैट के साथ तो वो फिर उसके बाद क्या कदम उठाएगा, इस बारे में हम अपनी मांग चुनाव आयोग से रखेंगे।

Sd/-

(Vineet Punia)

Secretary

Communication Deptt.

                                                                        AICC

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